Indian Democracy, Politics ,Politician & Freedom of Expression
आज के दिनों में अभिव्यक्ति की आझादी के बारे में पुनःविचार करने की आवशक्यता है। लोकतांत्रिक देश में किसे अभिव्यक्ति की आझादी कहा जायेगा इसका स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए । आज कल तो आप अपने मत या अपने मन की बात लोगो के सामने कैसे रखे ये सोचना पड रहा है।